लीड्स. भारत की करारी हार के बाद कोच गौतम गंभीर बहानों का पिटारा लेकर सामने आए. उन्होंने इंग्लैंड से मिली हार पर वैसा ही रिएक्शन दिया है, जैसी उम्मीद थी. वही घिसी-पिटी बात कि टीम में अनुभव नहीं है. इसलिए आलोचक हर मैच के बाद किसी नतीजे पर पहुंचने की जल्दी ना करें. इससे खिलाड़ियों का मनोबल प्रभावित हो सकता है.
भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट लीड्स में खेला गया. भारत ने पहली पारी में 471 और दूसरी पारी में 364 रन बनाए. भारत की पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 2 शतक लगे. बैटर्स की इस मेहनत पर कमजोर गेंदबाजी के चलते पानी फिर गया. भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन का लक्ष्य दिया था, जो उसने 5 विकेट खोकर हासिल कर लिए. जसप्रीत बुमराह को छोड़ दें तो बाकी गेंदबाज असरहीन दिखे. बुमराह ने इंग्लैंड की पहली पारी में 5 विकेट झटके थे.
पेस अटैक अनुभवी नहीं है…
गौतम गंभीर ने मंगलवार को पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इस पेस अटैक में अगर हम बुमराह और सिराज को छोड़ दें तो ज्यादा अनुभव नहीं है. एक गेंदबाज (प्रसिद्ध कृष्णा) ने चार टेस्ट खेले हैं. एक ने (हर्षित राणा) दो टेस्ट खेले हैं और एक (अर्शदीप सिंह) ने अभी तक टेस्ट नहीं खेला है. वनडे में यह मायने नहीं रखता. लेकिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के मुश्किल दौरों पर उन्हें समंदर में फेंकने जैसा है. अगर हम हर टेस्ट के बाद गेंदबाजों को जज करने लगेंगे, तो हम उन्हें सीखने कैसे देंगे.’
शार्दुल से सिर्फ 16 ओवर कराने पर सफाई
गौतम गंभीर ने प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर का भी बचाव किया. उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध में टेस्ट मैच का अच्छा गेंदबाज बनने की सभी संभावनाएं हैं. प्रसिद्ध कृष्णा ने मैच में पांच विकेट लिए लेकिन काफी रन भी दिए. शार्दुल ठाकुर से मैच में सिर्फ 16 ओवर करवाने के सवाल पर गंभीर ने कहा, ‘कभी-कभी कप्तान अपने भरोसे के साथ् चलता है. रवींद्र जडेजा ने हमें पहली पारी में वह नियंत्रण दिया, जिसकी जरूरत थी. इससे हम अपने बाकी पेसर्स को रोटेट कर पाए.’ उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि शार्दुल की क्वालिटी क्या है. इसलिए वे टीम में हैं.’
आखिर में खेल गए इमोशनल कार्ड
गंभीर ने पहले पारी में शुभमन गिल की शानदार बल्लेबाजी की भी तारीफ की और कहा कि उन्हें कप्तानी के लिए समय दिया जाना चाहिए. गंभीर ने इसके बाद इमोशन कार्ड खेला. उन्होंने कहा, ‘हर हार बुरी होती है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह युवा टीम है या अनुभवी टीम. यह भारतीय टीम है. यह हार का बहाना नहीं है क्योंकि हम 140 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं.’